पुणे

विकासकर्ता और आर्किटेक्ट ‘ग्रीन एंड नेट ज़ीरो बिल्डिंग’ की अवधारणा को अपनाएं – पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे

विकासकर्ता और आर्किटेक्ट ‘ग्रीन एंड नेट ज़ीरो बिल्डिंग’ की अवधारणा को अपनाएं – पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे

विकासकर्ता और आर्किटेक्ट ‘ग्रीन एंड नेट ज़ीरो बिल्डिंग’ की अवधारणा को अपनाएं – पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे


पुणे | 30 मई 2025 – “शहरी विकास को पर्यावरण अनुकूल और टिकाऊ बनाने के लिए रियल एस्टेट डेवलपर्स व आर्किटेक्ट्स को ‘ग्रीन एंड नेट ज़ीरो बिल्डिंग’ की अवधारणा को अपनाना चाहिए,” ऐसा आह्वान महाराष्ट्र की पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन एवं पशुसंवर्धन मंत्री पंकजा मुंडे ने किया। वे CII – इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) पुणे चैप्टर द्वारा आयोजित ‘ग्रीन पुणे समिट और अभिनंदन 2025’ में उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रही थीं।

उन्होंने कहा कि प्री-फैब्रिकेटेड तकनीक निर्माण स्थल पर धूल, मलबा और प्रदूषण को कम करती है, और पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को घटाने में सहायक होती है। उन्होंने सभी निर्माण व्यवसायियों से आह्वान किया कि वे अपने प्रोजेक्ट्स में पर्यावरण-पूरक तकनीक और स्थायित्व को प्राथमिकता दें।

कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथि:

श्री अमिताव मल्लिक – संस्थापक सदस्य, पुणे इंटरनेशनल सेंटर (पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त)

श्री राहुल सहाय – सीईओ, किर्लोस्कर ऑइल इंजिन्स लिमिटेड

श्री सी. शेखर रेड्डी – राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, CII–IGBC

डॉ. पूर्वा केसकर – अध्यक्ष, IGBC पुणे चैप्टर

श्री हृषिकेश मांजरेकर – सह-अध्यक्ष, IGBC पुणे चैप्टर

सरकार की नई पहलें

पंकजा मुंडे ने यह भी बताया कि राज्य सरकार निर्माण कार्यों में पर्यावरणीय सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु नए नियम ला रही है, विशेष रूप से सीवेज ट्रीटमेंट (सांडपानी प्रक्रिया) से संबंधित नीतियों में परिवर्तन होने वाला है। उन्होंने IGBC द्वारा दी गई नीति-संस्तुतियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह शिखर सम्मेलन सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों को पुणे को “ग्रीन मॉडल सिटी” बनाने की दिशा में एक साझा मंच प्रदान करेगा।

पुणे की बढ़ती साख एक ग्रीन सिटी के रूप में

IGBC पुणे चैप्टर के सह-अध्यक्ष श्री हृषिकेश मांजरेकर ने कहा कि IGBC-प्रमाणित हरित इमारतें, सरकार की प्रोत्साहन योजनाएं और पर्यावरणीय अवसंरचना में बढ़ती निवेश की प्रवृत्ति ने पुणे को टिकाऊ शहरी विकास में एक अग्रणी शहर के रूप में स्थापित किया है।

उन्होंने कहा कि हरित भवनों का किराया सामान्य भवनों की तुलना में 4-7% अधिक होता है, और इनका पजेशन जल्दी मिलता है, जिससे यह निवेशकों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। IGBC की पहलें पुणे के क्लाइमेट एक्शन प्लान को ऊर्जा दक्षता, अपशिष्ट प्रबंधन और 2050 तक कार्बन-पॉजिटिव लक्ष्य की दिशा में समर्थन देती हैं।

प्रमख ग्रीन प्रोजेक्ट्स:

पुणे के कई IGBC-प्लैटिनम प्रमाणित प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं:

ISC टॉवर, पुणे

अमर टेक पार्क

राजश्री एस्टेट

इन सभी ने ऊर्जा दक्षता और स्थायित्व के उच्च मानकों को अपनाते हुए प्रतिष्ठा अर्जित की है।

द ग्रीन डायलॉग: विचारों का आदान-प्रदान

‘द ग्रीन डायलॉग: ब्रेकिंग बैरियर्स एंड बिल्डिंग सॉल्यूशंस’ नामक विशेष सत्र में मंत्री पंकजा मुंडे और डॉ. पूर्वा केसकर के बीच महाराष्ट्र की पर्यावरण नीति, शहरी भारत में हरित संक्रमण की चुनौतियों और स्थानीय कार्यों के वैश्विक जलवायु लक्ष्यों से सामंजस्य पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई।

डॉ. केसकर ने कहा, “पुणे हरित इमारत आंदोलन में देश का नेतृत्व कर रहा है। मेट्रो जैसी अवसंरचना, नवाचार की संस्कृति, और युवा पीढ़ी की सक्रियता मिलकर एक टिकाऊ भविष्य की नींव रख रहे हैं। IGBC के स्टूडेंट चैप्टर्स, जन-जागरूकता अभियान और प्रशिक्षण कार्यक्रम एक नए हरित नेतृत्व को जन्म दे रहे हैं।”

तकनीकी सत्रों में नवाचारों की झलक

IGBC अहमदाबाद चैप्टर के अध्यक्ष श्री जयेश हरियाणी ने समग्र और विशेष डिजाइन विकल्पों पर प्रस्तुति दी। इसके बाद गुजरात गार्जियन, शिंडलर इंडिया जैसी अग्रणी कंपनियों ने ऊर्जा दक्ष कांच और वर्टिकल मोबिलिटी सिस्टम्स जैसे विषयों पर तकनीकी प्रस्तुतियां दीं।

विचारशील पैनल चर्चा एवं समापन समारोह

‘रियल एस्टेट केंद्रित शहरों के लिए क्लाइमेट एक्शन प्लान’ विषय पर हुई पैनल चर्चा का संचालन आर्किटेक्ट सुश्री प्रितिका मांजरेकर ने किया।

इसमें प्रमुख प्रतिभागी थे:

श्री आनंद संघवी – डायरेक्टर (ऑपरेशन्स), पंचशील रियल्टी

श्री अंशुल अब्बासी – प्रमुख, नीति व योजना, NIUA

श्री निखिल मिजार – आर्किटेक्ट व अर्बन प्लानर, पुणे महानगरपालिका

चर्चा में जलवायु-अनुकूल आर्किटेक्चर, ग्रीन प्रोजेक्ट्स के लिए वित्तीय रणनीतियाँ और नीति सुधारों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया।

सम्मान समारोह

कार्यक्रम के दौरान पुणे के योगदान को मान्यता देते हुए कई IGBC-प्रमाणित प्रोजेक्ट्स को सम्मानित किया गया। पुरस्कार महाराष्ट्र सरकार की मंत्री पंकजा मुंडे, पुणे के जिलाधिकारी श्री जितेंद्र दुडी (IAS) और IGBC के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सी. शेखर रेड्डी के करकमलों से प्रदान किए गए।

 

 

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